अब अभियान ‘मंगल’ग्रह
प्रायोगिक कार्यक्रम में अंतरिक्ष यान 1 फरवरी को मंगल की कक्षा में पहुंच जाएगा और 12 फरवरी को मास्को स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल प्रॉब्लम्स में निर्मित मंगल ग्रह पर उतरेगा। मार्स-500 प्रोजेक्ट के प्रमुख बोरिस मोरुकोव ने बताया कि 14 से 22 फरवरी के बीच 3 बार अंतरिक्ष यात्री मंगल पर उतरकर चलेंगे। यान एक माह तक मंगल पर रुकेगा। इस बीच रूसी सुखरोव कामोलोव, अलेक्स सीतेव, अलेक्जेंडर स्मोलेवस्की, यूरोपीय यात्री डिएगो अरबीना व रोमने चाल्र्स और चीनी वांग यू यान में से कोई 3 सदस्य मंगल की भूमी पर चलेंगे। यात्री नवंबर तक यान के धरती पर लौटने के बाद ही बाहर आएंगे।
इस अभियान में यान पृथ्वी की भूमी पर रहेगा और सब कुछ पूरी तरह अंतरिक्ष यात्रा की तरह ही होगा। इसमें सवार यात्रियों को वैसे ही रहना और काम करना होगा जैसे कि अंतरिक्ष यात्री करते हैं। उन्हें वही खाना खाना होगा जो अंतरिक्ष यात्रियों को दिया जाता है। Antariksha Darpan.the most fascinating blog.
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