बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: : what's App no 9971065525 DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं CD-Live YDMS चुनावदर्पण https://www.youtube.com/channel/UCjS_ujNAXXQXD4JZXYB-d8Q/channels?disable_polymer=true

Wednesday, January 26, 2011

अब अभियान ‘मंगल’ग्रह


अब अभियान ‘मंगल’ग्रह

मेलबर्न से प्राप्त जानकारी के अनुसार। भविष्य के मंगल ग्रह अभियान मार्स-500 प्रोजेक्ट के अंतर्गत अंतरिक्ष यान में बंद विभिन्न देशों के 6 नागरिकों  का  मॉस्को में गत वर्ष जून से अभ्यास चल रहा है और मंगल की ओर बढ़ रहे हैं। इसके तहत फरवरी अंतरिक्ष यान धरती पर बनाए मंगल ग्रह पर उतरेगा। अंतरिक्ष यात्री इसमें से निकलकर वहां चलेंगे भी
प्रायोगिक कार्यक्रम में अंतरिक्ष यान 1 फरवरी को मंगल की कक्षा में पहुंच जाएगा और 12 फरवरी को मास्को स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल प्रॉब्लम्स में निर्मित मंगल ग्रह पर उतरेगा। मार्स-500 प्रोजेक्ट के प्रमुख बोरिस मोरुकोव ने बताया कि 14 से 22 फरवरी के बीच 3 बार अंतरिक्ष यात्री मंगल पर उतरकर चलेंगे। यान एक माह तक मंगल पर रुकेगा। इस बीच रूसी सुखरोव कामोलोव, अलेक्स सीतेव, अलेक्जेंडर स्मोलेवस्की, यूरोपीय यात्री डिएगो अरबीना व रोमने चाल्र्स और चीनी वांग यू यान में से कोई 3 सदस्य मंगल की भूमी पर चलेंगे। यात्री नवंबर तक यान के धरती पर लौटने के बाद ही बाहर आएंगे।
इस अभियान में यान पृथ्वी की भूमी पर रहेगा और सब कुछ पूरी तरह अंतरिक्ष यात्रा की तरह ही होगा। इसमें सवार यात्रियों को वैसे ही रहना और काम करना होगा जैसे कि अंतरिक्ष यात्री करते हैं। उन्हें वही खाना खाना होगा जो अंतरिक्ष यात्रियों को दिया जाता है 
Antariksha Darpan.the most fascinating blog.

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